Nothing will be heard by the deaf & dum LG. He is simply active to damage the elected Govt. of Delhi for his personal narrow gains from Modi Ji. It would be a better option to handover DDA either to the Delhi Elected Govt. or to a Public Commission set up by the Delhi Govt. DDA ought to be removed from the clutches of the corrupt LG. This is only the way to remove corruption from DDA from pillars to top. Or else wind up DDA and instead a separate body be set up with more representation from all the wings -Political/Academician including Defence services. Total revamp of working culture is a must to free DDA from Corruption. more  

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Our LG post is on the ventilator. He cannot act independently to save his position. His soul towards the constitutions has dead which is difficult to survive. AAP and LG both are helpless and cannot leave their stand. Ram Yadav more  
Brother such a rude language is not decent. He holds a constitutional post and we all have to respect him. more  
FOR BLIND FOLLOWERS OF MODI: 1) 60 महीनों में से 19 महीने बीत चुके मोदी सरकार बने यानी 31% से ज्यादा समय बीत चुका है तो जनता सवाल क्यों न करे सरकार से? 2) ये लोकतंत्र है यानी जनता का शासन जिसमें प्रधानमंत्री जनता का सेवक होता है तो जनता क्यों सवाल न करे अपने प्रधान सेवक से कि भाई क्या-क्या किया अब तक और किस के हित में किया इसकी रिपोर्ट दो? 3) जनता क्यों सवाल न करे कि जो मोदी जी डॉलर के मुक़ाबले रुपये की कीमत 35 पर लाने का दावा करते थे उनके 19 माह के कार्यकाल में ही डॉलर के मुक़ाबले रुपये की कीमत 26मई2014 के 58•755 से कीमत 14% गिर कर 67 तक कैसे पहुँच गई? 4) जनता क्यों न पूछे कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने, उसके साथ शांति समझौतों को "लव-लैटर" कह कर विरोध करने वाले मोदी जी की प्रमुख सहयोगी और हेमराज के एक सिर के बदले पाकिस्तान के दस सिर लाने का दावा करने वाली सरकार की विदेश मंत्री आख़िर 19 महीनों में ही ये बयान क्यों दे रही है कि "युद्ध समस्या का हल नहीं है" और क्यों अब वो पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ हँसते-गुनगुनाते हाथों में हाथ डाले डिनर कर रही है तब जब पाक सेना के हमले बढ़ गए हैं? 5) जनता क्यों न पूछे कि स्वदेशी का राग अलापने वाले लोगों की सरकार शिक्षा को भी डब्लूटीओ के माध्यम से विदेशी सौदागरों के हवाले क्यों कर रही है? 6) जनता क्यों न पूछे कि 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले तक एफ़डीआई का विरोध करने वाले लोगों ने सरकार बनने के 19 महीनों में ही रक्षा,बीमा,रेलवे जैसे 15 क्षेत्रों में 49% से ले कर 100% तक एफ़डीआई क्यों पहुँचा दी? 7) जनता क्यों न पूछे कि महँगाई क्यों बढ़ रही है, दाल ₹200/किग्रा तक कैसे बढ़ रही है? 8) जनता क्यों न पूछे कि पहले से ही जो एजूकेशन बजट मात्र 3•1% था उसमें से भी ₹10हज़ार करोड़ क्यों घटाए? 9) जनता क्यों न पूछे कि विदेशी दवा कंपनियों के दवाब में मोदी सरकार ने कैंसर जैसी घातक बीमारियों के इलाज के लिए मिलने वाली जीवनरक्षक दवाइयों की कीमत13 गुना तक क्यों बढ़ा दी? 10) जनता क्यों न पूछे कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में 70% तक की गिरावट आने के बावजूद पैट्रोल की कीमत उस अनुपात में क्यों नहीं घटाई गईं? 11) जनता क्यों न पूछे कि जिन भारतीय कॉर्पोरेट्स ने सरकारी बैंकों से कर्ज 7 लाख करोड़ रुपए का कर्ज़ लिया हुआ है मगर चुका नहीं रहे उन पर दवाब बना कर वो रुपया निकलवाने की बजाय अडानी जैसे अपने दोस्त को ऑस्ट्रेलिया में व्यापार के लिए 1अरब डॉलर का अनैतिक लोन क्यों दिलवाया और कॉर्पोरेट टैक्स को और घटा कर ऐसे लोगों को और फायदा क्यों दिया खासकर तब जब किसान कर्ज के चलते रिकॉर्ड संख्या में आत्महत्या कर रहे हैं? 12) जनता क्यों न पूछे कि पूरी दुनिया घूम कर रईसों से मिलने वाले मोदी जी को 19 महीनों में एक भी बार आत्महत्या को मजबूर हो रहे किसानों से मिलने और उनको मदद देने की फुरसत क्यों न मिली? 13) जनता क्यों न पूछे कि बीते 19 महीनों में मोदी सरकार ने कितने रोजगार दिए कि रोजगार सूचकांक निगेटिव में चला गया? 14) जनता क्यों न पूछे कि"100दिन में सारा काला धन वापस न ले आऊँ तो मुझे फाँसी पर लटका देना" जैसे बयान दे कर जनता को बरगलाने वाले मोदी जी अब 577 दिन में एक रुपए का भी काला धन क्यों नहीं लाए? 15) जनता क्यों न पूछे कि स्वच्छ भारत अभियान का हाल अब तक ऐसा क्यों है कि खुद मोदी जी के गोद लिए गाँव जयापुरा में सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत बने 600 टॉयलेट्स में से एक में भी पानी का कनैक्शन नहीं है, 7 टूट चुके, कई अधबने हैं, अधिकांश में अंदर से बंद करने को चटकनी नहीं है और टैंक की गहराई महज कुछ फुट है? जब पीएम के गोद लिए गाँव के हालात ऐसे हैं तो देश के बाकी गाँवों की क्या हालत होगी ये समझा जा सकता है। 16) जनता क्यों न पूछे कि 100 करोड़ का विज्ञापन स्वच्छ भारत मिशन के लिए करने के बावजूद मथुरा जैसे शहर (जहाँ सांसद और नगर पालिका अध्यक्षा भाजपा की हैं) में पब्लिक टॉयलेट्स क्यों नहीं हैं? 17) जनता क्यों न पूछे कि "बहुत हुआ नारी पर वार,अबकी बार ……" और "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" जैसे नारे देने वाली सरकार अपनी पुलिस के माध्यम से सस्ती शिक्षा का अधिकार माँग रही बेटियों की हड्डियाँ क्यों तुड़वाती है और सिर क्यों फोड़ती है और बलात्कार के आरोपी निहालचंद जैसे आदमी को कैबीनेट मंत्री क्यों बना के रखती है? 18) जनता क्यों न पूछे कि 6 महीने के अंदर संसद से दागी सांसदों को हटा देने की कसमें खाने वाले मोदी जी ने अब तक दागी सांसदों के खिलाफ कोई कदम क्यों नहीं उठाया? 19) जनता क्यों न पूछे कि लोकसभा चुनाव की प्रचार सभाओं में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लच्छेदार डायलॉग बोल कर जनता को रिझा कर तालियाँ पिटवाने वाले मोदीजी ने 19 महीने बाद भी हरियाणा में और केन्द्र में भाजपा सरकार होने के बावजूद रॉबर्ट वाड्रा को क्यों नहीं पकड़वाया? 20) जनता क्यों न पूछे कि मोदी सरकार के प्रमुख प्रचारक "अच्छे दिन" लाने के अपने वादों को "चुनावी जुमला" क्यों बता रहे हैं और मोदी जी इस पर ख़ामोश क्यों हैं? 21) जनता क्यों न पूछे कि गुजरात की शराबबंदी (जहाँ ब्लैक में सबसे ज्यादा शराब बिकती है) दिखा कर जनता से वोट माँगने वाले के शासन में देश में शराब की बिक्री क्यों बढ़ गई? 22) जनता क्यों न पूछे कि बीफ़ एक्सपोर्ट के लिए काँग्रेस की बुराई कर भोले शाकाहारियों से वोट बटोरने वाले मोदी जी के राज में भारत बीफ़ एक्सपोर्ट में विश्व में टॉप पर क्यों आ गया है? Hibiscusजिस पार्टी के पुरखों ने स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं दिया वे देशभक्ति की परिभाषा तय कर रहे हैंHibiscus Hibiscusजिनके राजनैतिक पुरखों ने अंग्रेजों से लिखित माफ़ी माँगी और देशभक्त साथियों की मुखबिरी की वे हमारे देशप्रेम का हिसाब माँग रहे हैंHibiscus Hibiscusसनी लीयोनी की जैसों की पॉर्न सटार की फिल्म पर चूँ तक न करने वाले (क्योंकि खुद ऐसी फिल्म देखते हैं) सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के नाम पर अन्य साफ़-सुथरी फिल्मों के पोस्टर फाड़ रहे हैंHibiscus BouquetBouquetBouquet कोई आदमी बंपर जीत के 19 महीनों के अंदर ही इतना अलोकप्रिय हो जाता है कि अरबों-खरबों रुपये के खर्चे के साथ इस पीएम के निचले स्तर तक का चुनाव प्रचार करने के बावजूद 19 महीने के अंदर ही- दिल्ली में भाजपा हारीSmiling face with open mouth बिहार में भाजपा हारीSmiling face with open mouth केरल में भाजपा हारीSmiling face with open mouth त्रिपुरा में भाजपा हारीSmiling face with open mouth यूपी में भाजपा हारीSmiling face with open mouth कश्मीर में भाजपा हारीSmiling face with open mouth मोदी जी के गृह-राज्य गुजरात में भाजपा हारीSmiling face with open mouth मोदी जी के गाँव में भाजपा हारीSmiling face with open mouth मोदी जी के संसदीय क्षेत्र के आदर्श ग्राम में भाजपा हारीSmiling face with open mouth Face with stuck-out tongue and winking eyeFace with stuck-out tongue and winking eyeFace with stuck-out tongue and winking eyeआख़िर कुछ तो खोट होंगे बंदे की नियत और नीतियों में Face with stuck-out tongue and winking eyeFace with stuck-out tongue and winking eyeFace with stuck-out tongue and winking eye सवालों से वो घबराता है जिसके मन में चोर हो । Smiling face with smiling eyes अच्छा लगे तो सवा सौ करोड़ भाइयों-बहनों-मित्तरों से शेयर कीजिएSmiling face with smiling eyes more  
DDA has been there for more than 30 years. To cover its failure why blame DDA. Pl explain. more  
AAP is unable to deliver what it promised and playing a blame game. Delhi is standstill. No works being done. Bed Luck for Delhities. we gave complete majority. more  
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