जिस वर्ग को सब्सिडी दी जा रही है, उसकी जनसख्या की औसत वृद्धि अधिक है तो मज़ाक है, नकारात्मक है
यह एक गंभीर विषय है,
गरीब देश जो गरीबी दूर करना चाहता है, उसके लिए ..
धन एक दुर्लभ संसाधन है, जिसका दुरूपयोग अगर हो रहा है,
तो गरीबी दूर नहीं होगी, हां वोट बैंक राजनीती हो सकती है |
अर्थ शास्त्र मैं इसका मुख्य भौतिक मापदंड क्या है?
यदी आप दुर्लभ संसाधन, यानी की धन सब्सिडी मैं जिस वर्ग को दे रहे हो,
उसकी जनसँख्या की यदी औसत से अधिक वृद्धि है,
तो मज़ाक है, नकारात्मक है, सिर्फ वोट बैंक राजनीती है |
इसपर चर्चा होनी चाहीये ! more